Tuesday, July 28, 2009

तुलसी के राम , एक रूप

तुलसी के राम सर्व कालिक , सर्व देशीय और सर्व स्यूत हैं । '' हरि अनंत हरि कथा अनन्ता ''। राम ब्रह्म हैं , राम मनुष्य हैं , राम आदर्श हैं , राम के अनन्त रूप , कार्य और ब्यवहार हैं , राम पुरुषोत्तम हैं , अनादि , अज और अब्यक्त हैं । उनके विविध रूप और विविध कार्य -ब्यवहार हैं । यह सब राम चरित मानस को पूरा और बार बार पढ़ने ,समझने और चिंतन मनन करने से ही ज्ञात हो सकेगा । सभी संदेह , शंका समाधान राम -कथा में ही मिल जायेगी । '' राम कथा सुंदर करतारी । संसय बिहग उडावनहारी ॥ '' यहाँ हम एक रूप की चर्चा करते हैं । --
'' राम सौ करोड़ कामदेवों से सुंदर हैं और अनंत दुर्गाओं से अधिक शत्रु नाशक हैं । सत कोटि पवन से अधिक बल वाले है । उनका प्रकाश सौ करोड़ सूर्यों से अधिक है तथा वे सत -कोटि चन्द्रमा से शीतल तथा सुखदायी है । सत कोटि ( सौ करोड़ ) यम् /काल से दुस्तर , दुर्गम और दुरंत हैं । सत कोटि धूमकेतु से प्रबल और सत कोटि पाताल से गहरे /अगाध हैं । अमित कोटि ( अनंत करोड़ ) तीर्थों से पवित्र उनका नाम है । कोटि हिमालय से अधिक स्थिर और सत कोटि समुद्रों से अधिक गंभीर हैं । सभी की कामनाओं को पूरा करने में सत कोटि कामधेनु के सामान हैं । अमित कोटि सरस्वती / ज्ञान की देवी से अधिक बुद्धिमान , चतुर और रचना करने में सत कोटि ब्रह्माओं से निपुण हैं । सौ करोड़ विष्णु से अधिक पालन कर्ता और सौ करोड़ शिव से अधिक संहारक हैं । सौ करोड़ धनवान भी उनकी बरबरी में नही है और सौ करोड़ मायाओं से अधिक मायावी हैं । भार उठाने में सौ करोड़ शेष नाग से बली हैं । श्री राम सीमा रहित और उपमा रहित हैं । यह तो मात्र एक कथन है जो अभिब्यख्ति की परम -चरम सीमा हो सकती है । राम तो निरुपम /उपमा रहित हैं , किसकी कैसे उपमा दें , राम के सामान तो बस राम ही हैं । आप ही सोचिये ? क्या यह कहा जा सकता है कि सौ करोड़ खद्योतों / जुगुनुओं से सूर्य अधिक प्रकाशवान है ? ऐसा कहना तो सूर्य का मजाक उड़ाना हुआ परन्तु किया भी क्या जाए , अपनी मति / बौद्धिक क्षमता के अनुसार ही तो कहा जा सकता है सो संत और मुनि निज निज मति अनुसार ऐसा ही कहते हैं ।
श्री राम अपार गुणों के समुद्र हैं ,क्या उनकी कोई थाह पा सकता है , संतों से मैंने (तुलसी दास ) जैसा कुछ सुना था , वही आपको सुनाया ।
--राम चरित मानस ; उत्तर कांड - ९० से ९२ दोहों के मध्य ।
कृपया

1 comment:

Vinod Rai said...

another great article devoted to allmighty,thanks for providing an opportunity to know more about god RAM.